बिहार जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा पूर्णिया के दौरे पर हैं। अपने दौरे के तीसरे दिन पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने जानकारी दी कि वे विगत तीन दिनों से पूर्णिया में है और लगातार प्रत्येक स्तर के कार्यकर्ताओं से मिलकर पार्टी की मजबूती, विगत 20 वर्षों के नीतीश सरकार के कामों को जन-जन तक पहुंचाने, आगामी विधानसभा चुनाव के लिए योजना एवं क्रियान्वयन पर जोर दिया।
तेज प्रताप यादव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जो उन्होंने किया है, उसकी जानकारी पूरे परिवार को थी लेकिन जब यह मीडिया में वायरल हो गया तब लालू यादव ने कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी और परिवार से निष्कासित किया है और यह कार्रवाई नहीं है बल्कि नाटक है कि एक बेटे को मजबूत करने के लिए दूसरे की बलि दी जा रही है और मैं पार्टी से निष्कासन तो सुना था लेकिन परिवार से निष्कासन कभी नहीं सुना था। बेटे को कौन अपने परिवार से निष्कासित कर सकता है। दुनिया को नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले लोग अपने परिवार और बेटों को नहीं संभाल पा रहे हैं। परिवार में ही निष्कासन कर रहे हैं, यह बिल्कुल निरर्थक बात है। उनके पारिवारिक मामले में मैं ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा, इसका फैसला जनता करेगी।
प्रधानमंत्री जी के बिहार दौरे के बारे में उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री लगातार बिहार को लेकर निरंतर चिंतनशील रहते हैं जब-जब वह बिहार आते हैं, दिल खोलकर बिहार को सौगात देते हैं जिससे बिहार के लोगों को लाभ मिलता है। बिहार के विकास के लिए नई-नई सौगातों हेतु जनता उन्हें धन्यवाद देती है, हम भी उनका स्वागत करते हैं।
पूर्णिया एयरपोर्ट के बारे में उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के लिए तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रयास शुरू किया, उनके ही अनुरोध पर केंद्र सरकार ने यहां एयरपोर्ट बनाने का फैसला किया लेकिन कुछ लोग हैं जो क्रेडिट लेते हैं, जबकि उनकी कोई भूमिका इसमें नहीं है। हम गठबंधन के सरकार में हैं तो बिहार से जब एयरपोर्ट के लिए केंद्र सरकार से मांग की गई तो वहां से इसका अनुमोदन मिल जाने पर एयरपोर्ट का काम शुरू हो गया है, जल्द ही हम उसका लाभ ले पाएंगे तो एनडीए के बाहर के आदमी की इसमें कोई भूमिका नहीं है। बस वे लोग मूर्ख बनाने का काम कर रहे हैं। लोगों को बेवकूफ बनाकर वोट वसूलते हैं लेकिन जनता भी वोट देने के बाद अपने आप को ठगा महसूस करती है।
विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब भारत आर्थिक रूप से कमजोर था तब लोग हमें नहीं पूछते थे लेकिन आज भारत की स्थिति ऐसी है कि हमें कोई भी देश नजरअंदाज नहीं कर सकता। भारत कोई जमीन का टुकड़ा नहीं है, भारत 140 करोड़ लोगों का देश है और सब की क्षमता जब मिलती है तो हम आर्थिक रूप से भी मजबूत हो रहे हैं। निश्चित रूप से प्रति व्यक्ति आय कम है लेकिन उस पर भी हमारी सरकार काम कर रही है। आज के समय में आप देखें, भारत में कितने स्टार्टअप खुल रहे हैं, नई-नई कंपनियां लोग खोल रहे हैं। आज भी अमेरिका के लगभग सारे बड़े-बड़े कंपनियों के सीईओ भारतीय हैं। वह दिन दूर नहीं है जब हम विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी बनेंगे और प्रति व्यक्ति आय भी हमारे यहां सबसे अधिक होगी।
जनसुरज के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर की किसी के ऊपर प्रश्न उठाने की क्षमता नहीं है। एक नए बदलाव के साथ उन्होंने पार्टी बनाई थी लेकिन उनका राजनीतिक मॉडल पूरी तरह पैसे पर आधारित है, लोग भाड़े पर काम करते हैं, कार्यकर्ताओं को पैसे पर रखते हैं जबकि राजनीतिक दल और उसके कार्यकर्ता भाड़े के हो ही नहीं सकते, वे संवेदना और समर्पण के साथ काम करते हैं। उनके दल में कितने नेता हैं, कौन नेता है तो बस एकमात्र एक ही नाम आयेगा जो हिटलर बने हुए हैं, वही सारे पार्टी के कर्ताधर्ता हैं। अब उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसे व्यक्ति को बनाया है जिनके मकान में वे विगत कई वर्षों से रह रहे हैं, उनसे अच्छी फंडिंग मिलती है। पैसे वाले ही उनके पार्टी में नेता बनेंगे, जो पैसा खर्च करेगा वो नेता बनेगा, उसको बढ़िया-बढ़िया पद मिलेगा।
गांधी मैदान में उनकी 10 लाख लोगों की रैली थे, जिसमें 5-10,000 लोग आए, वो भी भाड़े पर। उनका पूरा मॉडल फेल है। दो बार विधायक का चुनाव हारे हुए व्यक्ति अब उनके पार्टी को ज्वाइन किए हैं और राष्ट्रीय अध्यक्ष उनको बनाया गया है।
प्रशांत किशोर के अंबेडकर छात्रावास आदि के संबंध में शराबबंदी के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जनता के भारी मांग, महिलाओं के विरोध के बाद शराबबंदी को लागू किया। उन्होंने कहा कि शराब पिलाकर क्या हमारे बच्चों को आप बेवड़ा बनाएंगे तो यह काम प्रशांत किशोर ही कर सकते हैं कि पहले शराब पिलाएं, सबको बेवड़ा बनाएं और जो पैसा राजस्व से आये, उसी से सबको पढ़ाएं तो यह मॉडल प्रशांत किशोर का ही हो सकता है और किसी का नहीं।
नीतीश के सरकार में किसी को नहीं कहा गया कि वह भ्रष्टाचार करके पैसा कमाईए। नीतीश कुमार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हैं। किसी भी भ्रष्टाचार अधिकारी के बारे में शिकायत होने पर तत्काल प्रभाव से उसे निलंबित करते हैं। भ्रष्टाचार को लेकर लगातार कार्रवाई जारी है और हमारे मुख्यमंत्री ऐसे हैं जिनके दामन पर कभी कोई दाग नहीं लगा।
राजद के द्वारा फायरिंग के वीडियो के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि यह लोग ऐसे हैं जिनकी पूरी सरकार जंगलराज, गुंडाराज और माफिया राज के नाम से प्रसिद्ध रहे। अब प्रश्न उठाते हैं कि आज फायरिंग हो रही है और मर्डर हो रहा है। निश्चित रूप से यह सही नहीं है और इस पर सरकार सख्त है लेकिन उनकी सरकार में तो डॉक्टर, व्यापारी कोई भी यहां रहना नहीं चाहता था क्योंकि उसे लूट लिया जाता था। वह अपना काम यहां कर नहीं सकता था इसलिए वे लोग पहले अपने गिरेबान में जाकर देखे। रोज एक लिस्ट निकाल कर प्रसारित करना, इससे कुछ होने वाला नहीं है। जनता को गुमराह करने का कोई फायदा नहीं है लोग आपके बारे में जानते हैं कि आपने क्या किया है और आप की सरकार बन जाए तो आप क्या करेंगे।