प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राम कृष्ण के दिशा निर्देश एवम
डॉ आमिर अली की अध्यक्षता में एवम् प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक के निगरानी में एवं एसटीएलएस मंकेश कुमार के संचालन में
अन्य डॉक्टर, यक्ष्मा विभाग के कर्मियों ने बैनर लेकर तेघरा अनुमंडल अस्पताल कैंपस से तेघरा बाजार का भ्रमण किया। ग्रामीणों एवम मरीजों के बीच टीबी बीमारी से बचाव, लक्षण, ईलाज की जानकारी दी गई। इसके बाद अस्पताल परिसर में आशा एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा मानव बल बना कर टीबी फ्री इंडिया लिख यक्ष्मा उन्मूलन का संदेश दिया गया। उसके बाद विश्व यक्ष्मा दिवस पर संकल्प लिया गया
मैं शपथ लेता हूँ / लेती हूँ
जानकारी की रोशनी से.
टीबी के डर को मिटाऊँगा / मिटाऊँगी।
सतर्कता की ताकत से,
टीबी के भेदभाव को खत्म करूँगा / करुँगी ।
पूर्ण समर्पण की भावना से, भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के यज्ञ में, अपना पूरा योगदान दूँगा / दूँगी ।
टीबी हारेगा, देश जीतेगा। । डॉ आमिर अली ने बताया कि प्रखंड में अभी 106 टीबी के मरीज इलाजरत हैं फिलहाल यहां संभावित टीबी मरीजों की माइक्रोस्कोप, ट्रूनेट, सीबीनेट से बलगम, एक्स-रे जांच की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त भारत में स्वास्थ्य कर्मियों के आलावा सभी का सहयोग जरूरी है। विश्व यक्ष्मा दिवस 24 मार्च के उपलक्ष्य में टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 24 मार्च से 16 मार्च तक विशेष जागरूकता अभियान जारी रहेगा है। धनात्मक टीबी रोगी के संपर्क में आने वाले परिवार के लोगों को टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी दी जा रही है। केन्द्र, राज्य के निर्देश पर राष्ट्रीय यक्ष्मा का लक्ष्य प्रधानमंत्री द्वारा वैश्विक लक्ष्य 2030 से पांच साल पूर्व 2025 रखा गया है। संक्रमित मरीजों द्वारा जहां-तहां थूकने से स्वस्थ व्यक्तियों में इसके संक्रमण का खतरा बना रहता है। डॉ. गौरव कुमार ने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निक्षय मित्र बनकर यक्ष्मा के मरीजों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने में मदद की अपील की। टीबी की बीमारी शरीर के किसी भी भाग में संभव है। इसकी दवा खा रहे मरीजों को आंख संबंधी परेशानी आ सकती है। डॉ. रणधीर ने बताया कि टीबी संभावित मरीजों का शीघ्र ईलाज शुरू करने से अन्य लोगों में इसके फैलाव की क्षमता कम हो जाती है। डॉक्टर विकास ने फेफड़े के आलावा टीबी मरीजों के जांच संबंधी जानकारी दी।
वहीं रैली के दौरान “जन जन का हो एक ही नारा टीबी मुक्त हो देश हमारा”
“टीबी हारेगा देश जीतेगा”
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आए टीबी के मुफ्त इलाज के साथ पोषण के पांच सौ रुपए पाए”
“रिफांपिन की मार से टीबी भागेगा बिहार से”
“जन जन को जगाना है टीबी को भगाना है”
“टीबी को कहें ना जीवन को कहें हां ”
“जनजन को यह संदेश पहुंचाए टीबी को दूर भगाएं”
“डॉट्स अपनाओ टीबी भगाओ”
“पक्के इलाज का पक्का वादा ” के नारों के साथ पूरा तेघरा बाजार गूंजा।
वहीं मौके पर डॉ आमिर अली डॉ अमरेश ,डॉ असित,डॉ गौरव,डॉ शशि रंजन,डॉ रणधीर, डॉ विकास,डॉ राजकमल, विनय सिंह,बिसीएम सिंधू कुमारी मोहम्मद शहंशाह,रजनीश कुमार, भरत राय, अनुराग, मिथलेश कुमार,राजू राउत, मो नदीम ,हर्ष, भरत कुमार, बाल्मिकी,सोनू कुमार, मो मामिद , सहायिका प्रवीण,रौशन,छोटू,अजय, रंजू देवी,हीरा देवी,सुनीता कुमारी ,रिंकी देवी,राज कुमारी ,सरिता कुमारी, उषा कुमारी,आनंदी कुमारी,सरिता कुमारी,मिली कुमारी,पूनम कुमारी,सुरभि कुमारी कुमकुम कुमारी सुशीला कुमारी आशा, आदि उपस्थित थे।