पटना, 14.02.2023ः
जिलाधिकारी, पटना डाॅ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा ने कहा है कि पटना जिला में धान अधिप्राप्ति कार्य सफलतापूर्वक पूर्णता की ओर है। अभी तक निर्धारित लक्ष्य का 97 प्रतिशत धान क्रय किया गया है। हम लोग ससमय लक्ष्य की प्राप्ति कर लेंगे। वे आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में खरीफ विपणन मौसम, 2022-23 में धान अधिप्राप्ति कार्य की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। डीएम डाॅ. सिंह ने कहा कि अभी तक पटना जिला में 35,407 किसानों से धान क्रय किया गया है जो रोहतास के बाद पूरे राज्य में सर्वाधिक है। साथ ही, धान अधिप्राप्ति कार्य में पटना जिला राज्य में सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले जिलों में शामिल है। उन्होंने इसपर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए भविष्य में भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद जाहिर की। पटना जिला द्वारा धान क्रय के विरूद्ध 354 करोड़ रुपया की राशि का भुगतान किसानों को किया गया है।
आज की बैठक में डीएम डाॅ. सिंह द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार धान अधिप्राप्ति, किसानों को भुगतान, मिलिंग की गति, एफआरके की उपलब्धता तथा एसएफसी को सीएमआर की आपूर्ति की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि धान अधिप्राप्ति की अंतिम तिथि 15 फरवरी, 2023 है। ससमय धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रखंडवार लक्ष्यों के विरूद्ध अधिप्राप्ति, मिलिंग की गति, एफआरके की उपलब्धता तथा सीएमआर गिराव पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने क्रय किए गए धान के विरूद्ध किसानों को राशि का त्वरित भुगतान करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने कहा समयबद्ध ढंग से गुणवत्तापूर्ण धान अधिप्राप्ति कार्य का संचालन करें।
डीएम डाॅ. सिंह ने कहा कि प्रतिवेदित मिलिंग क्षमता के अनुरूप सीएमआर तैयार हो इसे जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम एवं सभी अनुमंडल पदाधिकारी सुनिश्चित करें। मिलों की पूर्ण क्षमता का उपयोग एवं सीएमआर की प्राप्ति पूर्व निर्धारित कार्य योजना के अनुरूप होना चाहिए।
जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पटना जिला में कुल 331 पैक्स एवं 24 व्यापारमंडल है। कुल चयनित पैक्सों/व्यापारमंडलों की संख्या 287 है जिसमें 277 पैक्स तथा 10 व्यापारमंडल शामिल है। अधिप्राप्ति वर्ष 2022-23 अंतर्गत धान की बिक्री हेतु अबतक 66,990 किसानों द्वारा ऑनलाईन निबंधन किया गया है जिसमें 20,813 रैयत एवं 46,177 गैर रैयत है। जिला का धान उत्पादन 5.81 लाख मे.टन है। पटना जिले के लिए सांकेतिक धान खरीद का लक्ष्य 2,15,948 मे. टन है। अबतक कुल 287 अनुमोदित समितियों में से 286 सक्रिय समितियों के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकृत कुल 35,407 किसानों से 2,09,401.787 मे. टन धान का क्रय किया गया है जो कुल लक्ष्य का 96.97 प्रतिशत है।
नमी मापक यंत्र की संख्या 287 है। बैंक से कैश क्रेडिट स्वीकृत राशि 440.236 करोड़ है।
जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि शत-प्रतिशत चयनित समितियों को राईस मिल से सम्बद्ध किया गया है। साथ ही चयनित 287 समितियों में शत-प्रतिशत का अंकेक्षण कर लिया गया है। 12 राईस मिल का सत्यापन किया गया है। एसएफसी से पैक्स को भुगतान की गई राशि 52,26,75,484.69 रुपया है।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा क्रय किए गए धान के विरूद्ध किसानों को राशि के भुगतान किए जाने की प्रक्रिया में अपेक्षित तेजी लाने का निर्देश दिया तथा किसानों के लंबित राशि का भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से शीघ्र करने का प्रबंध निदेशक, पाटलिपुत्र को-ओपरेटिव बैंक, पटना को निदेश दिया गया। क्रय किए गए धान का मूल्य 2,040+25 रुपया/क्विंटल की दर से कुल भुगतेय राशि 432.41 करोड़ रुपये के विरूद्ध 28,603 किसानों को 354.233 करोड़ रुपये ( 81.92 प्रतिशत ) भुगतान किया गया है।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में एक भी किसान का भुगतान लंबित न रहे। 48 घंटे के अंदर शेष भुगतान करना सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।
समीक्षा में पाया गया कि क्रय किए गए धान का समतुल्य कुल सीएमआर 1,42,393.215 मे.टन है। एसएफसी को आपूर्ति किया गया सीएमआर 23,251.04 मे.टन (801 लॉट) (16.33 प्रतिशत ) है। डीएम डॉ. सिंह ने जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम एवं जिला सहकारिता पदाधिकारी को विभाग के द्वारा माहवार निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप सीएमआर अधिप्राप्ति सुनिश्चित करने एवं इसका नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया।
डीएम डाॅ. सिंह ने कहा कि धान अधिप्राप्ति से संबंधित सभी कार्य में पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व सुनिश्चित करें।