मोतिहारी
-पूर्वी चंपारण जिला के सुकुल पाकड़ गांव में थ्रेसर की चिंगारी से लगी आग में गेहूं के सैकड़ों बोझा जल गए।हवा इतनी तेज थी कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी के पहुंचने से पहले हीं गेहूं के सभी बोझा राख हो गए।गेहूं के राख हुए बोझा को देख जमीन मालिक और उनके परिजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।स्थानीय मुखिया अशफाक अहमद ने इस घटना की जानकारी सुगौली अंचलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार गुप्ता को मोबाइल पर दी।
दरअसल सुकूल पाकड़ गांव में ईदगाह के पास गेहूं का थ्रेसिंग हो रहा था।उसी दौरान थ्रेसिंग मशीन से निकले चिंगारी से बगल के खेत में रखे गेहूं के बोझा में आग लग गई।आग की लपटे इतनी तेज थी कि उसे बुझा पाना मुश्किल था।उसी दौरान चल रही तेज हवाओं के कारण आग काफी भड़क गई और गेहूं के लगभग 224 बोझा को आग ने जलाकर राख कर दिया।ग्रामीणों की सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी
पहुंची।लेकिन तेज हवाओं के कारण भड़की आग में फायर ब्रिगेड की गाड़ी के पहुंचने से पहले हीं सब राख हो गया।
बताया जाता है कि सुकुल पाकड़ गांव के नुरैन मियां और हुसैन मियां अपने 20 कट्ठा खेत के गेहूं को काटने के बाद उसका बोझा बनाकर खेतों में छोड़े हुए थे।ताकि उसका थ्रेसिंग खेत के पास हीं करा सके।लेकिन वही बगल में चल रहे थ्रेसर की चिंगारी में उनका सब गेहूं का बोझा जलकर राख हो गया।