मोतिहारी – डॉक्टर को तो धरती का देवता माना जाता है इस कथन की सत्यता वैश्विक महामारी कोरोना में भी देखने को मिली थी ।
लेकिन मोतिहारी में कुछ ऐसे डॉक्टर चिन्हित हुए है जो इलाज में जहर बाटते है ।
ये डॉक्टर मुन्ना भाई एमबीबीएस नहीं “” बल्कि मुन्ना भाई BAMS हैं
जी हां एक दो नहीं बल्कि 8 फर्जी डॉक्टरों की टीम के द्वारा दवा के नाम पर मरीजो को दवा के नाम पर जहर दिया जाता था और करते थे मोटे पैसे की उगाही ,छापेमारी में मौके से दो डॉक्टर को पुलिस ने अभी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।हो सकती जिले समेत कई और हॉस्पिटल की संचालन की खुलासा।
आपको बतादें की मोतिहारी शहर के रघुनाथ पुर ओपी छेत्र के ग्रामीण बैंक के सामने एक बड़े आलिशान भवन में ड्रग इंस्पेक्टर और पुलिस टीम के द्वारा छापेमारी कि गई । लेकिन छपेमारी के दरमियान जो चीजें सामने आई उससे टीम के होश उड़ गए ।
आपको बतादें कि इस भवन में अवैध रूप से जहरीली दवा बनाया जा था । और मरीजो से बेचा जाता था ।
इस भवन पर जो बोर्ड लटकाया गया है उसमें लिखा गया है कि “”पूर्ण आरोग्य केंद्र” यहां किसी प्रकार का इलाज किया जाता है और असर भी महज 24 घण्टे के अंदर दिखने लगता है दावा का असर।किसी भी प्रकार का इलाज से पुराना से पुराना बीमारी से छुटकारा मिलता है।
पर छपेमारी में जो चीजें सामने आई है उसमें सत्तू भर कर टैबलेट बनाया जा रहा है । अंग्रेजी आयुर्वेद व होमियोपैथ दवावो का एक साथ मिश्रण कर दवा बनाई जा रही है । यही नहीं बल्कि गुड़ और डिस्टिल्ड वाटर मिलाकर कफ सिरप तैयार किया गया है साथ साथ कुछ दवाइयों में तो फॉलिक एसिड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है । छपेमारी टीम में सामिल ड्रग इंस्पेक्टर का कहना है कि भारी मात्रा में निर्यात हो रही ये सभी दवाएं काफी जहरीली है और ये सभी कथीत चिकित्सक गांव की भोली भाली जनता से ये दवाइयां बेचते हैं । छपेमारी में जो दवावो पर चिपकाने वाला रैपर जब्त हुआ
वही इस काले कारनामे को अंजाम देने वाले दो फर्जी डॉक्टर भी गिरफ्त में आ गए है । जिसमे एक महिला भी सामिल है ।
सबसे बड़ी बात तो ये है कि जो महिला डॉक्टर गिरफ्तार हुई है उनको अपने कॉलेज का नाम भी पता नहीं है और ये मैडम मोतिहारी ही नहीं बल्कि अन्य जिले में भी घूम घूम कर मरीज