रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज पांचवां दिन है. हालात काबू में होते नहीं दिख रहे. लेकिन इस युद्ध को थामने के लिए आज दोनों देशों के अधिकारी बेलारूस में बैठक करने वाले हैं. वहीं यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता का जवाब देने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया देने का सबसे प्रमुख तरीका प्रतिबंधों को पारित करना है. लेकिन ये प्रतिबंध क्या हैं और ये काम कैसे करते हैं? सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या इनका कोई अर्थपूर्ण प्रभाव होता है?
यूएनएसडब्ल्यू सिडनी के क्रिस्टोफर माइकलसेन ने कहा, प्रतिबंध ऐसे कठोर कदम हैं, जो देशों के बीच राजनयिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों पर लागू होता हैं. ये आमतौर पर सैन्य प्रकृति के नहीं होते और एक देश द्वारा दूसरे देश के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन द्वारा लगाए जाते हैं. ये प्रतिबंध समग्र रूप से या व्यापार को निशाना बनाकर लगाए जाते हैं.