भारत रत्न , स्वर कोकिला स्व. लता मंगेशकर जी की स्मृति में ट्रू मीडिया महिला मंच दिल्ली की ओर से काव्य गोष्ठी आभाषी पटल पर दिनांक 24 फरवरी 2022 को संपन्न की गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती सविता वर्मा गज़ल (संस्थापक/ अध्यक्ष- शब्द संसार साहित्यिक मंच, मुज़फ्फरनगर ) उपस्थित रही। कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति ट्रू मीडिया समूह के संस्थापक/ संपादक श्री ओमप्रकाश प्रजापति की रही। कार्यक्रम का संचालन ट्रू मीडिया महिला मंच की अध्यक्ष श्रीमती गीतांजलि अरोड़ा द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत श्रीमती पुष्पलता ‘पुष्प’ के सुमधुर सरस्वती वंदना से की गई। ट्रू मीडिया समूह के संस्थापक/ संपादक श्री ओमप्रकाश प्रजापति ने अपने उद्बोधन में स्वर कोकिला स्व. लता मंगेशकर जी के जीवन पर संक्षिप्त विवरण दिया और लता मंगेशकर जी का एक प्रसिद्ध गाना ‘ ए मेरे वतन के लोगो’ भी गुनगुनाया। और कहा लता लता की तरह स्वर के माध्यम से ऊंचाईयों के उच्च शिखर तक गईं। मुख्य अतिथि अतिथि श्रीमती सविता वर्मा गज़ल ने लता मंगेशकर जी के बारे में बताया। और बड़े खुले विचार से मंच का समर्थन एवं उत्साहवर्धन करते हुए सभी साहित्यकारों को बधाई प्रेषित की। मैं गदगद हूँ कि मुझे ऐसा अवसर प्राप्त हुआ है और स्व. लता जी को अपने लिए संगीत के क्षेत्र में प्रेरणा स्रोत बताया साथ ही श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए संगीत की महत्ता को अपने विचारों से जोड़ते हुए बताया। इसी कड़ी में मंच के संरक्षक श्रीमती सूक्ष्म लता महाजन ने लता जी पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन के प्रमुख अंगों का सारगर्भित उल्लेख किया। और कहा कि भारत रत्न, स्वर कोकिला दीदी ने राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की। लता जी का महत्वपूर्ण योगदान फिल्मी पार्श्वगायन, भजन एवं देशभक्ति गीत के माध्यम से रही। सुरीला आवाज होने के कारण फिल्म संगीत को उच्च शिखर तक ले गयीं एवं हिन्दी फिल्म जगत को हरा भरा किया। इसके अलावा उन्होंने 20 भाषाओं में लगभग 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाये। मंच के संरक्षक डॉ. पुष्पा जोशी ने कहा कि पूरी दुनिया उनकी आवाज की कायल आज भी है। महत्वपूर्ण बात यह थी की गीत गाते समय उनके पैरो में चरण पादुका कभी नही देखी गयी। मंच के संरक्षक डॉ. वीणा मित्तल ने कहा कि ये सरस्वती पुत्री वसंत पंचमी के दूसरे दिन पंचतत्व में विलिन हो गयी या यूँ कहें माँ सरस्वती में समा गयी।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए काव्य गोष्ठी का शुभारंभ किया। क्रमबद्ध रुप से सभी कवयित्रियों ने स्वर कोकिला स्व. लता मंगेशकर जी के गए गीतों को गया तथा कुछ ने अपनी रचनाओ के माध्यम से स्व. लता मंगेशकर जी को काव्य श्रधांजलि दी। श्री ओमप्रकाश प्रजापति, श्रीमती सूक्ष्म लता महाजन, डॉ. पुष्पा जोशी, डॉ. वीणा मित्तल, श्रीमती पुष्पलता पुष्प, श्रीमती गीतांजलि गीत, श्रीमती पूजा भारद्वाज, श्रीमती मंजु दत्ता, श्रीमती मनीषा शर्मा, श्रीमती भूपिंदर सचदेवा, श्रीमती रूबीशोम, श्रीमती प्रतिभा गुप्ता ‘प्रबोधिनी’, श्रीमती सुकृति श्रीवास्तव आदि ने अपनी-अपनी रचनाओ के माध्यम से स्व. लता मंगेशकर जी को काव्य श्रधांजलि दी। अंत में मंच के संरक्षक श्रीमती सूक्ष्म लता महाजन ने लता दीदी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। सभी अतिथियों, कवियित्रियों , दर्शकों का आभार व्यक्त कर खुशनुमा माहौल में कार्यक्रम की समाप्ति की।