यूपी में मुस्लिमों को बीजेपी ने क्यों नहीं दिया टिकट? अमित शाह ने दिय उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मुस्लिमों को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया है. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने किसी मुस्लिम को प्रत्याशी नहीं बनाया था जिसको लेकर विपक्षी अक्सर सवाल उठाते रहे हैं. अब इस सवाल पर गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया है.
एक इंटरव्यू में गृह मंत्री ने मुस्लिमों को प्रत्याशी ना बनाए जाने के सवाल पर कहा- “मुस्लिमों के साथ बीजेपी और सरकार का वही रिश्ता है जो एक जिम्मेदार राजनीतिक दल के नाते से भारत के साथ नागरिक के साथ होना चाहिए. मगर चुनाव में कौन वोट दे रहा है यह भी तो देखना पड़ता है.”
उन्होंने कहा “यह मजबूरी नहीं है. यह राजनीतिक शिष्टाचार है. निश्चित रूप से चुनाव जीतना जरूरी है. उसके बाद अगर उनके कल्याण में कोई भेदभाव हो तो हम पर आरोप लगा सकते हैं. सरकार संविधान के आधार पर चलती है. सरकार जनता के वोटों से चुनकर आती है.”
इसके अलावा गृह मंत्री ने कहा- “सपा-बसपा को जनता को बताना चाहिए कि UAPA व POTA के 11 गंभीर मामलों को वापस लेकर उन्होंने किसकी मदद की थी? सिर्फ वोटबैंक के लिए कोई दल देश की सुरक्षा से कैसे खिलवाड़ कर सकता है? जातिवाद व तुष्टीकरण करने वाली सपा-बसपा और कांग्रेस का आतंकवाद के प्रति रवैया हमेशा से लचर रहा है.”
बता दें यूपी में सात चरणों में वोटिंग होगी और 10 मार्च को काउंटिंग कराई जाएगी. 58 सीटों पर 10 फरवरी को, 14 फरवरी को 55 सीटों पर, 20 फरवरी को 59 सीटों पर मतदान हो चुका है. वहीं 23 फरवरी को 59 सीट, 61 सीटों पर 27 फरवरी, 57 सीटों पर 3 मार्च और 7 मार्च को 54 सीटों पर वोटिंग होगी.