यूपी विधानसभा चुनाव में बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने आज सीएम योगी और समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोला. ओवैसी ने कहा कि सीएम योगी इंसानों की बजाय जानवरों का सम्मान चाहते हैं, जबकि सपा को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के चुनाव जीतने पर परिवारवाद का राज चलने लगता है. ओवैसी ने ये बात कौशांबी की चायल विधानसभा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही.
असदुद्दीन ओवैसी चायल विधानसभा क्षेत्र में आने वाले मखऊपुर पहुंंचे थे, जहां उन्होंने अपने गठबंधन के उम्मीदवार के लिए वोट मांगे, उनके साथ जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा भी मंच पर मौजूद थे. दोनों नेताओं ने कौशांबी में आने वाली तीनों विधानसभा के गठबंधन उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने की अपील की. इसके साथ ही सपा पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सपा समाजवाद के नाम पर वोट मांगती है और सत्ता में आने के बाद परिवारवाद की राजनीति करने लगती है. वहीं भाजपा पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि यूपी के किसानों ने नारा दे दिया है. दिन में वह खेती करेंगे और रात में खेत की रखवाली करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि यूपी के नौजवानों को सम्मान मिलना चाहिए था लेकिन यहां पशुओं को सम्मान मिल रहा है
ओवैसी ने दावा किया कि बीजेपी ने नफरत को फैला दिया है लेकिन भागीदारी मोर्चा आपसे वादा करता है कि हम नफरत को ही खत्म कर देंगे. उन्होंने कहा कि यूपी की जनता ने हमको अपना आशीर्वाद दिया तो ढाई साल तक बाबू सिंह कुशवाहा को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा और ढाई साल के लिए किसी दलित शख्स को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. इसके अलावा तीन डिप्टी सीएम भी बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमें राजनीति में हिस्सा नहीं बल्कि शिक्षा, रोजगार और ठेकेदारी में हिस्सा चाहिए. बीजेपी ने 70 लाख युवाओं को रोजगार देने के झूठे वादे किए थे.
ओवैसी के साथ मंच पर मौजूद बाबू सिंह कुशवाहा भी हमला करने में पीछे नहीं रहे. उन्होंने कहा कि दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज को अधिकार नहीं मिल रहा है. हम लोगों ने एक साथ मिलकर लड़ाई लड़ने का फैसला किया है. क्योंकि हम सब की समस्या एक जैसी है. हक और अधिकार की लड़ाई में हम दोनों का साथ आप सभी लोग दें. उन्होंने कहा कि 5 साल पहले भाजपा ने तमाम वादे किए थे लेकिन एक भी वादे पूरे नहीं किए हैं. सपा ने भी 2012 के पहले तमाम लोक लुभावने वादे किए थे. उन्होंने भी कोई वादा पूरा नहीं किया.