अमरपुर थाना क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुका कुख्यात अपराधकर्मी मु. शारिक को पुलिस ने नाटकीय अंदाज में उसके घर से धर दबोचा । जिससे पुलिस पूछताछ कर जेल भेज दिया । मु. शारिक मूलरूप से सजौर थाना क्षेत्र के दौना गांव का है । इसके उपर हत्या, लूट, रंगदारी सहित अन्य कांडो में आरोपित है । एक पखबारा पूर्व ही अपने गिरोह के अपराधकर्मी के साथ क्षेत्र में तीन दिनों में आधे दर्जन से अधिक छिनतई की घटना को अंजाम देकर सनसनी फैला दिया था । जिसमें पुलिस ने गंभीरतापूर्वक लेते एक सप्ताह पूर्व ही शक्ति यादव बस स्टैंड चौक से नाटकीय अंदाज में तीन सदस्य के साथ गिरफ्तार कर लिया था । इसके बाद गिरफ्तार शक्ति यादव के निशानदेही पर तीन अन्य आरोपित को चार चोरी के बाइक, देशी कट्टा, जिंदा कारतूस, छिनतई किये गये मोबाइल एवं रूपया सहित अन्य संदिग्ध समान के साथ गिरफ्तार कर लिया है जबकि छिनतई की घटना में मु. शारिक सहित अन्य तीन फरार था । ज्ञात हो कि डेढ माह पूर्व ही मेढियानाथ पुल के समीप गरीबपुर पंचायत के पूर्व मुखिया कैलाश दूबे के साथ मारपीट कर 12 लाख रूपया रंगदारी का मांग किया था । और बुलेट बाइक, दो मोबाइल एवं 20 हजार रूपया नकद छीन लेने के बाद अगुवा करने का प्रयास किया था । इसके पूर्व दिसंबर 19 में मु. शारिक ने शहर के बस स्टैंड चौक के समीप चाय दुकानदार रितेश कसेरा का दुकान से अगुवा कर लिया । और कसबा-किरणपुर मोड़ मुख्य मार्ग में पाठकी गांव के समीप गोली मारकर हत्याकर दिया । इस घटना में लगभग डेढ वर्ष जेल में रहने के बाद तीन माह पूर्व ही जेल से जमानत पर बाहर निकला था । जेल से बाहर निकलने के एक बार फिर क्षेत्र में आतंक फैलने के लिए ताबडतोड़ घटना को अंजाम देने लगा । इसके पूर्व बालू गाड़ी से अवैध वसूली को लेकर मेढियानाथ पुल के समीप आधे दर्जन बार फायरिंग कर दहशत फैला दिया था । जिसमें बालू कारोबार से जुड़े तस्कर रंगदारी भी देने लगे थे । इसके बाद यह दुगुनी उत्साह से जरायम की दुनियां में बादशाह बनने की ओर बढने लगा था । यहां तक कि मु. शारिक ने अपने फेसबुक प्रोफाइल में पिस्टल के साथ फोटो लगा कर रखा है । ताकि लोग उसके दबंगता को लोग समझ सके । इसे जानने वाले लोगों ने बताया कि यह अवैध हथियार की तस्करी, बालू तस्करी, सहित अन्य गैर कानूनी धंधे में संलिप्त है । इसके गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र के लोगों ने राहत का सांस लिया है ।