*#ठहरा पंचायत के रोजगार सेवक के क्रियाकलाप के खिलाफ फूटा मनरेगा मजदूरों का गुस्सा*
*#मनरेगा में मजदूरों से नहीं ट्रैक्टर से कराया जाता है काम*
समस्तीपुर जिले के पूसा प्रखंड के कृषि विज्ञान केन्द्र, बिरौली के निकट व ठहरा के वार्ड संख्या 09 में मनरेगा में काम चालू रहने के बावजूद मनरेगा मजदूरों द्वारा काम मांगने पर काम नहीं देने से आक्रोशित मजदूरों ने भाकपा-माले नेताओं के नेतृत्व में बिरौली चौक को जाम कर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने सड़क पर ठहरा पंचायत के रोजगार सेवक के क्रियाकलाप के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ठहरा पंचायत के मनरेगा मजदूरों ने कहा कि मनरेगा में मजदूरों को रोजगार देने के नाम पर रोजगार सेवक के द्वारा खानापूर्ति की जाती है। कागजों पर ही राशि का उठाव कर लिया जाता है।
मौके पर मनरेगा मजदूरों का नेतृत्व कर रहे माले नेता उमेश कुमार सिंह व बैद्यनाथ कुमार सिंह ने कहा कि मनरेगा में रोजगार सेवक के द्वारा मनमानी की जाती है। ट्रैक्टर से मिट्टी भराई का कार्य किया जाता है जबकि मनरेगा में मजदूरों से काम करवाना है।
उनके द्वारा कराए जा रहे कार्य में अनियमितताएं बड़े पैमाने पर है। जिसकी जांच होनी चाहिए। नेतृत्व कर रहे हैं माले नेताओं ने भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार से दूरभाष पर बात की और इस संबंध में जानकारी दी। भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने नेतृत्वकर्ताओं से कहा कि आज से मैट्रिक की परीक्षा चालू है। सड़क जाम रहने से विधार्थियों को परीक्षा केंद्र पर पहुंचने में कठिनाई हो सकती है। इसलिए जाम को फिलहाल समाप्त कर देना चाहिए। यदि ठहरा पंचायत के मजदूरों को मनरेगा से काम नहीं दिया जाता है तो भाकपा-माले मनरेगा मजदूरों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन करेगी। तब अंत में सड़क जाम को समाप्त किया गया।
भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना से सड़क बनने के बाद मनरेगा से सड़क किनारे मिट्टी भरने की क्या जरूरत है? इससे स्पष्ट है कि योजनाओं में खानापूर्ति की जा रही है। इसको लेकर मैट्रिक की परीक्षा समाप्त होने के बाद आंदोलन किया जाएगा।