जू सफारी के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रेस वार्ता का आयोजन कर राजगीर में हुए विकास कार्यो के बारे में बताया | उन्होंने कहा कि राजगीर मे सभी धर्मों के विकास के लिए काम किया गया है। दिसंबर 2009 में राजगीर में पूरे सात दिन बिताया थे इसके बाद एक एक चीज पर काम किया गया। चाहे वह नेचर सफारी का काम हो, रोपवे का काम हो, पांडू पोखर काम, घोड़ा कटोरा का काम हो हर जगह पर्यटन के उद्देश से इसे विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि जब उन्होंने नेचर सफारी के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी साथ ही साथ उन्होंने कहा कि वह जू सफारी का भी निर्माण करा रहे हैं | जिसमें शेरों की आवश्यकता है जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने हामी भरा। जिसके बाद गुजरात शेर को लाया गया। अन्य राज्यों से भी और जानवरों को लाने की बात चल रही है। राजगीर में हो रहे एक एक निर्माण कार्यो का सीएम ने चर्चा की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जू सफारी के बगल से एक रास्ता का निर्माण कराया जाएगा जिससे सीधे नेचर सफारी जाया जा सकता है। यहां आने वाले सैलानी अपने परिवार के साथ आए और कुछ दिन रुक कर खूब मस्ती करें ऐसा इंतजाम किया गया है | यह ज़ू सफारी पूर्वोत्तर भारत का पहला सबसे आधुनिक ज़ू सफारी है । इसमें 5 वन्यजीवों के अलावा तितली घर का भी निर्माण किया गया है । इसे स्वर्णगिरि व वैभरगिरि के बीच बनाया है । यहाँ आने वाले पर्यटक नेचर सफारी के बाद ज़ू सफारी का भी आंनद उठा सकेगें साथ ही यहाँ घोड़ा कटोरा , विश्वशांति स्तूप, गर्म कुंड का झरना जैसे कई ऐतिहासिक धरोहरों का अवलोकन कर सकते है ।यहां के पंच पहाड़ियों के बीच आने से मन को अलग शांति मिलती है । यहां हिन्दू ,मुस्लिम, सिक्ख, बौद्ध, जैन सभी धर्मों का संगम स्थल है |