कश्मीर के पुलवामा में आज ही के दिन हुए आतंकी हमले शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 जवानों की शहादत की तीसरी बरसी पर सोमवार को औरंगाबाद में छात्रों ने ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा निकाली। यात्रा शहर के गांधी मैदान से शुरू होकर मुख्य बाजार पुरानी जीटी रोड, महाराजगंज मोड़, ओवरब्रिज होते गेट स्कूल मैदान पहुंचकर समाप्त हुई। यात्रा में सभी धर्म, संप्रदाय एवं राजनीतिक दल के लोग शामिल हुए। यात्रा में शामिल सभी लोगो ने राष्ट्रवाद का नारा बुलंद किया। 500 मीटर लम्बे तिरंगे के साथ निकाली गई यात्रा में लोगों ने पाकिस्तान का पुरजोर विरोध करते हुए पाकिस्तान मुर्दाबाद, इमरान खान मुर्दाबाद, भारतीय सेना जिंदाबाद, वीर शहीद अमर रहे, वीर शहीदों का बलिदान नहीं भूलेगा हिंदुस्तान आदि नारे लगाते हुए आक्रोश का प्रदर्शन किया। इस मौके पर छात्रों ने कहा कि पुलवामा में सेना के जवानों पर हुए आतंकी हमले की हम छात्र कड़ी भर्त्सना करते हैं।पाकिस्तान ने अपने नापाक इरादो के तहत भारत के अंदर इस तरह के जघन्य आतंकी हमले को अंजाम दिलाया था, जिसमें देश ने अपने 40 जवानों को खोया। विद्यार्थी परिषद शहीद जवानों के प्रति श्रद्धा अर्पित करता है। साथ ही इस बड़े आतंकी हमले का बदला लेने की भारत सरकार से मांग करता है। हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जानी चाहिए। पूरा भारत ही नहीं बल्कि कई अन्य देश भी इस घटना से आहत हैं, सरकार ठोस एवं कड़ी कार्रवाई करे। गौरतलब है कि 14 फरवरी को तीन साल पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुई यह दुखद घटना इतिहास में दर्दभरे दास्तान के रूप में दर्ज है। दो साल पूर्व आज ही के दिन पुलवामा में हुए आतंकी हमले में भारत ने अपने 40 सीआरपीएफ जवानों को खोया था। हमले के बाद भारत ने ऐसा कदम उठाया जिसकी पाकिस्तान समेत अन्य देशों ने कभी कल्पना तक नहीं की थी। भारत ने ऐसा बदला लिया था कि जिसे याद कर पाकिस्तान आज भी कांप उठता है। पुलवामा हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर बालाकोट एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया। दर्जनों आतंकवादियों को ठिकाने लगाया।