किशनगंज जिला निबंधन कार्यालय के सभी कंप्यूटर कर्मीयों को राज्य निबंधन विभाग द्वारा एकाएक मौखिक तौर पर ट्रांसफर पोस्टिंग किये जाने से,जिसका विरोध कर सभी कर्मी आक्रोशित होकर आज से रजिस्ट्री के कार्यों को बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है।
किशनगंज जिला सहित ठाकुरगंज और बहादुरगंज प्रखंड निबंधन कार्यालय के कंप्यूटर कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से रजिस्ट्री कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है।जिससे आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।वही सरकार को भी राजस्व का चूना लग रहा हैं।
कंप्यूटर ऑपरेटरों का कहना है कि सरकार द्वारा तुगलकी फरमान जारी कर देने से सभी कर्मी आहत है…कर्मियों ने कहा कि कल तक हम सभी नियमित रूप से कार्य कर रहे थे। लेकिन विभाग का एकाएक फरमान स्थनांतरण का जारी हो गया। स्थानांतरण से संबंधित कोई पत्र जारी नहीं हुआ है। जबकि पूर्व में स्थानांतरण पत्र जारी होता रहा है। कर्मियों ने मांग किया कि जब तक लिखित स्थानांतरण पत्र प्राप्त नहीं होता है,तब तक कोई कर्मी कही नहीं जाने वाले है।
सरकार द्वारा मनमानी तरीके से हम लोगों को ट्रांसफर किया गया है। जबकि इसके लिए सरकार के नियमानुसार प्रक्रिया को नहीं अपनाई गई है। उन लोगों ने मुख्य सचिव के.के पाठक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा मनमानी तरीके अपनाते हुए पूरे बिहार में निबंधन कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर को ट्रांसफर कर दूर-दूर के इलाके में भेजा गया है। उनके आदेश को हम लोग खारिज करते हुए कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं।जब तक मेरी मांग नहीं पूरी होगी तब तक हम लोग हड़ताल जारी रखेंगे..कंप्यूटर ऑपरेटर का कहना है कि हम लोग एक ज्ञापन जिला पदाधिकारी को सौंपेंगे और मांग करेंगे कि ट्रांसफर आदेश को निरस्त किया जाए।
उधर कंप्यूटर ऑपरेटर के हड़ताल के कारण आज निबंधन कार्यालय में कामकाज ठप रहा और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा …लोगों का कहना है कि बहुत दूर से आज जमीन का निबंधन करवाने आये थे..पैसे की जरूरत के कारण जमीन बेचकर निबंधन करवाने आये थे.. घण्टों तक कार्यालय का चक्कर काटना पड़ा लेकिन कंप्यूटर ऑपरेटरों का हड़ताल पर जाने से निबंध नहीं हो पाया