जाखो राखो साईया जिसका कोई नही होता उसका ऊपर वाला होता है ये साबित किया यूनियन बैंक के प्रबंधक ने एक तरफ कोरोना महामारी तो इसके साथ देता भीषण शर्दी ने तो आम से लेकर खास लोगो का जीना मुहाल कर दिया जीवन अस्त व्यस्त स्कूल दफ्तर (निजी) कुछ जगहों पर शर्दी के सीतम ने कहर बरपा रही है इसी बीच ऊपर वाले ने अधिकारी जनप्रतिनिधि के हाथों और फंडों से जो कार्य होना चाहिए था वो उनों बैंक के प्रबंधक गरीबो असहाय के लिए मशीहा नबकर आये और करके की ठंढ की परवाह किये बगैर गरीबो में कंमबल बैठकर काफी राहत पहुचने का कार्य किये।
गरीबो ने झोली बहकर दूवये दिए धेमेंद्र राजोरिया सर जिओ हजारों साल आपके बच्चे खूब तरक्की करे ऐसे दूवये देते नही थकते गरीब लोग असहाय लोग।
समस्तीपुर जिले के अग्रणी बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा इस कड़ाके की ठंड में जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण किया गया। बैंक के समस्तीपुर क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्र प्रमुख श्री धर्मेन्द्र राजोरिया की अगुआई में रात्रि के समय भीषण सर्दी में ठंड से ठिठुरते जरूरतमंदों को कंबल प्रदान किया गया। इस कार्य में क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों एवं स्थानीय शाखा प्रबंधकों द्वारा बढ़ – चढ़ कर हिस्सा लिया गया।
इस भीषण शर्दी में सरकार और जिला प्रशासन को सजग होना चाहिए था लेकिन सरकार को फुर्सत नही है और जिला अधिकारी को ये जरूरी नही लगता कि चौक चौराहों पर अलाव जलवाते,वाह रे ऊपर वाले क्या दिन दिखाए है आम लोगो को दो सालों से कोरोना से सबकी कमर टूट चुकी है तो दूसरी तरफ मंगाई ने किचन का बजट ही फैल कर चुकी है फिरभी लोग किसी तरह जी रहे है।
एक बार समस्तीपुर जिलाधिकारी को इस मुद्दे पर गंभीरता से सोचने की जरूरत है।