करियर
अजय ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत 1991 में आई फिल्म ‘फूल और कांटे’ से की थी। यह फिल्म उस समय सुपरहिट रही थी। इस फिल्म में दो मोटरसाइकिलों पर पैर रखकर उनके द्वारा किया गया स्टंट आज भी चर्चा का विषय बना रहता है। इस फिल्म में किये उनके अभिनय के लिये फिल्म फेयर का ‘बेस्ट मेल डेब्यू’ का अवार्ड भी मिला था। उनकी अगली फिल्म जिगर (1992) थी, जो बॉलीवुड की मार्शल आर्ट फिल्म थी। इस फिल्म में उनके अपोजि़ट करिश्मा कपूर नज़र आई थीं। यह दिवाली वीकेंड पर रिलीज़ हुई और बॉक्स ऑफिस पर उस साल की सातवीं सबसे ज्यादा कमाई (7 करोड़) करने वाली फिल्म बन गई।
इसके बाद उन्होंने संग्राम (1993), विजयपथ (1994), दिलवाले (1994), सुहाग (1994), नाज़ायज़ (1995), दिलजले (1996) और इश्क (1997) जैसी सफल फ़िल्मों में अभिनय किया। 1998 में, उन्होंने महेश भट्ट की बॉलीवुड-ड्रॉमा ज़ख्म में अभिनय किया और उन्हें फिल्म में उनकी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। 1999 में, उनकी सबसे चर्चित फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ रिलीज़ हुई जिसमें उन्होंने वनराज का किरदार निभाया था, यह एक ऐसा किरदार था जो अपनी पत्नी को उसके प्रेमी के साथ मिलाने की कोशिश करता है। इस फिल्म से भी उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी।
इंडस्ट्री में कई ऐसे लोग हैं जो मानते हैं कि अजय अपनी आंखो से ही सारा अभिनय कर देते हैं। यही कारण है कि अजय ने कई ऐसी फिल्में दी हैं जिन्होंने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया है।
फिल्मों में किये उनके प्रदर्शन के लिये उन्हें अब तक कुल 32 पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, तीन फिल्मफेयर अवार्ड, एक जी सिने अवार्ड, स्क्रीन अवार्ड्स और स्टारडस्ट अवार्ड शामिल हैं। अभिनय पुरस्कारों के अलावा, देवगन ने बॉलीवुड में अचीवमेंट के लिए राजीव गांधी अवार्ड्स, ईटीसी बॉलीवुड बिजनेस अवार्ड्स में 2010 के सबसे लाभदायक सेलिब्रिटी, जसरत अवार्ड, एनडीटीवी एक्टर ऑफ द ईयर और पद्मश्री अवार्ड्स सहित कई पुरस्कार जीते हैं।