बीसीएन आगरा डेस्क ( गौरव )- आगामी 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर पूरे देश भर में सरगर्मी हैं | अपने अपने वादों के साथ और अपनी अपनी नीतियों के साथ में राजनीतिक एवं सामाजिक पार्टियां भी अपनी साख को जमाने में लगी हुई हैं | इन दिनों पूरे प्रदेश में काफी जोरों पर प्रचार प्रसार का कार्य चल रहा है इसी श्रृंखला में आगरा में 12 दिसम्बर को वैश्य राजनितिक रथयात्रा भी पहुंचेगी | यह जानकारी अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुमन्त गुप्ता ने संजय प्लेस स्थित महाकुम्भ के कैम्प कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान दी। प्रेसवार्ता में जानकारी देते देते हुए परिषद के पदाधिकारियों ने बताया की ,यह के महाकुम्भ है जिसमे में देशभर के 50 हजार से अधिक वैश्य 12 दिसम्बर को ताजनगरी पहुंचेगे | वैश्य राजनीतिक रथयात्रा का लक्ष्य 2022 है ,जिसकी शुरुआत 5 दिसम्बर को मैनपुरी से होगी | पांच दिसम्बर को मैनपुरी से वैश्य राजनीतिक रथयात्रा लक्ष्य 2022 का शुभारम्भ होगा, जो प्रदेश के 40 शहरों में भ्रमण करेगी। 12 दिसम्बर को रथयात्रा आगरा पहुंचेगी।
राजनीतिक क्षेत्र में वैश्य समाज के अधिकारों को लेकर मांग उठाई जाएगी। 403 विधासभा क्षेत्र में 106 वैश्य बाहुल्य हैं। लेकिन दुर्भाग्य से प्रदेश में मात्र 20 वैश्य विधायक हैं। वैश्य समाज की आवाज उठाने और राजनैतिक दलों पर दबाव बनाने के लिए ही रथयात्रा निकाली जा रही है। टिकिट नहीं तो वैश्य समाज का वोट नहीं। रथयात्रा का उद्देश्य वैश्य समाज में राजनीतिक चेतना का स्मरण करना व राजनैतिक अधिकार दिलाना होगा। समाज का शोषण आर्थिक दोहन के विरोध में जनजागरण पैदा करना है। 12 दिसम्बर को आगरा का धरती पर शंखनाद होगा। जिसमें देशभर से 50 हजार से धिक लोग भाग लेंगे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से कामता प्रसाद अग्रवाल, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव विनय अग्रवाल, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मुरारीप्रसाद अग्रवाल, वीरेन्द्र अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, संजय अग्रवाल, कुलवन्त मित्तल, उमेश अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, आशा अग्रवाल, शिखा अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, मनीष गोयल, उपस्तिथ रहे |