पटना, 10 फरवरी 2023 :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा के क्रम में पूर्णिया जिले में विभिन्न विभागों द्वारा चलायी जा रही विकास योजनाओं की प्रगति के संबंध में पूर्णिया समाहरणालय स्थित सभागार में जिलास्तरीय समीक्षात्मक बैठक की। समीक्षात्मक बैठक में अररिया जिले के सांसद / विधायकगण तथा विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव शामिल हुए।
बैठक में पूर्णिया के जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जिले में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अपने प्रस्तुतीकरण में हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली-नालियां, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना/ कुशल युवा कार्यक्रम, सात निश्चय -1 के तहत जिले में निर्माण किए जानेवाले भवनों की स्थिति, पॉलिटेक्निक संस्थानों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना एवं औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के संबंध में जानकारी दी। साथ ही मत्स्य संसाधन विकास, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के शैक्षणिक उत्थान के लिए आवासीय विद्यालय, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति छात्रावास अनुदान योजना, महादलित सामुदायिक भवन सह वर्क शेड योजना, जीविका समूह का गठन, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, अल्पसंख्यक छात्रावास योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक छात्रावास अनुदान योजना, अल्पसंख्यक मुस्लिम परित्यक्ता/ तलाकशुदा महिला सहायता योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना, मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास योजना, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास योजना (पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए), जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास योजना (अति पिछड़ा वर्ग हेतु), हर खेत तक सिंचाई का पानी सहित अन्य योजनाओं के संबंध में भी मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी गयी।
बैठक में शामिल जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं रखीं। जनप्रतिनिधियों की समस्याओं के यथाशीघ्र समाधान हेतु मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये।
बैठक में मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हर घर नल का जल का लाभ निरंतर लोगों को मिलता रहे इसका विशेष रूप से ख्याल रखें और उसे मेंटेन रखें। सात निश्चय-1 के तहत यहां जी०एन०एम० संस्थान के भवन का निर्माण हो गया है, उसे यथाशीघ्र फंक्शनल करें। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ ससमय उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि लोगों को सहूलियत पहुंचाने के लिये हमलोगों ने कई कार्य कराये हैं, उसे हर हाल में मेंटेन रखें। सड़क, पुल-पुलिया एवं भवनों का निर्माण कराया गया है, उसे संबंधित विभाग को मेंटेन रखना है, यह हमलोगों ने पहले ही तय कर दिया है। इस काम में लापरवाही नहीं होनी चाहिये। यह काफी महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मई माह के पहले हर हाल में बाढ़ निरोधक कार्य को पूर्ण करायें। जो आवश्यक कार्य हैं उसे पूरा करायें ताकि बाढ़ से लोगों को क्षति न पहुंचे। पूर्णिया जिले में विकास के कई कार्य किये गये हैं। हम बराबर यहाँ आते रहते हैं ताकि लोगों की जरूरतों को समझ सकें और विकास कार्यों को देख सकें। कोरोना संक्रमण के दौरान यहाँ नहीं आ सके थे लेकिन लगातार जगह-जगह जाकर विकास कार्यों को देखते रहे हैं और लोगों की बातें भी सुनते रहे हैं। समाज सुधार अभियान के तहत भी हम कई जगहों पर गये थे। पुनः हम जगह-जगह जाकर विकास कार्यों को देख रहे हैं, लोगों की बातें सुन रहे हैं और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी कर रहे हैं। समीक्षा बैठक में जनप्रतिनिधियों की बातें भी सुन रहे हैं ताकि उनके क्षेत्र की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से होने वाले कटाव के मद्देनजर कटाव निरोधी कार्य करवाये जा रहे हैं। बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो चुके मकानों के पुनर्निर्माण के लिये भी सरकार की तरफ से लोगों को मदद की जा रही है। कटाव को रोकना बहुत आवश्यक है ताकि लोग सुरक्षित रहें। वर्ष 2009 में यहां हर प्रकार से काम करवाया गया। नेपाल की नदियों से आने वाले जल के कारण यहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। यह इलाका पश्चिम बंगाल से भी जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग के अधिकारी स्थल निरीक्षण कर वहां की जरूरतों के मुताबिक काम करायें ताकि लोगों को बाढ़ की स्थिति में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। बरसात के मौसम में नेपाल से आने वाले पानी के कारण पूर्णिया के समीपवर्ती चार जिलों में काफी तबाही होती है। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के कार्यकाल में बाढ़ की समस्या से निजात दिलाने के संबंध में नेपाल के लोगों से बातचीत भी की गई थी नेपाल का बिहार से प्रेम का संबंध रहा है। हम अभी भी दिल्ली जाते हैं तो नेपाल के एंबेसेडर हम से मिलते हैं। आम तौर पर यह देखा गया है कि जिस वर्ष सुखाड़ होता है उसके अगले साल बाढ़ आने का खतरा रहता है। इसको देखते हुए अलर्ट रहिये। बाढ़ हो या सुखाड़ राज्य सरकार की तरफ से हमलोग प्रभावित क्षेत्र के लोगों को राहत पहुंचाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार का एक हिस्सा बाढ़ से, जबकि दूसरा हिस्सा सुखाड़ से प्रभावित रहता है। इसको ध्यान में रखते हुए हमलोगों ने जल- जीवन – हरियाली अभियान शुरू कराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रमण के क्रम में स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने पूर्णिया एयरपोर्ट के निर्माण में हो रहे विलंब की शिकायत की है। केंद्र सरकार की तरफ से इस काम में टालमटोल क्यों किया जा रहा है? यह समझ से परे हैं। पूर्णिया एयरपोर्ट के लिये जो तय हुआ था उसके अनुरूप राज्य सरकार ने जमीन मुहैया कराया और केंद्र की मांग पर एन०एच० तक उसकी कनेक्टिविटी भी कर दी गई, बावजूद इसके काम में विलंब हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिहटा में एयरपोर्ट निर्माण के लिये दो बार दिल्ली से टीम आई।
समीक्षा बैठक के पश्चात् पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाधान यात्रा के दौरान हमलोग विभिन्न जिलों में जाकर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का जायजा ले रहे हैं। समीक्षा बैठक में सभी चीजों पर विस्तार से चर्चा हुई है। हमलोग चाहते हैं कि किसी चीज के निर्माण के साथ उसका मेंटेनेंस भी जरुर हो कहीं पर कोई कमी है या काम अभी अधूरा है तो उसको पूरा करना चाहिए। समीक्षा बैठक में एम०एल०ए०, एम०पी० समेत सभी लोगों ने अपनी बातें कही हैं। हमने भी अधिकारियों को निर्देश दे दिया है कि सभी चीजों को अच्छे ढंग से कीजिए। इसी मकसद से हमलोग समाधान यात्रा पर निकले हैं। पूर्णिया हमलोग कई बार आये हैं। पूर्णिया एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थल है। यहां पर हमलोग हमेशा आते रहे हैं। कुछ जगहों पर काफी अच्छा काम हुआ है, उसे देखकर अच्छा लग रहा है। सभी जगहों पर ऐसा ही काम करना है। हमलोगों की कोशिश रहती है कि कोई एरिया बाढ़ की विभीषिका का शिकार नहीं हो। नेपाल की नदियों के कारण बिहार के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हो जाते हैं। बाढ़ से बचाव को लेकर हमलोग अपनी तरफ से जितना संभव होता है उतना करते हैं।
25 फरवरी को पूर्णिया में होने वाली महागठबंधन की रैली के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महागठबंधन में शामिल सभी सात पार्टियों का यह कार्यक्रम है। महागठबंधन की यह पॉलिटिकल मीटिंग है। यह अलग चीज है। अभी हमलोग सभी इलाकों का विकास और लोगों की समस्याओं के समाधान का काम देख रहे हैं।
ई0डी0 के डर से समूचा विपक्ष एकजुट हुआ है वाले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में उन्हीं से पूछिए। काम के बारे में आज कल कोई चर्चा नहीं कर रहा है। स्व० अटल बिहारी बाजपेयी जी के सरकार में हुए कार्यों की आज कोई चर्चा नहीं करता है। हमको इन सब चीजों से कोई लेना-देना नहीं है। कई राज्यों की सरकारों ने भी बहुत अच्छा काम किया है। हमलोगों ने काफी काम करवाया है। यहां पर किये गये कार्यों की दूसरे जगहों पर प्रशंसा हुई है। आज कल काम न करके सिर्फ प्रचार-प्रसार किया जाता है।
जदयू नेता श्री उपेंद्र कुशवाहा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग के काम की चर्चा कहीं नहीं होती है लेकिन हमलोगों के खिलाफ लोग कुछ भी बोलते हैं तो उनकी बातें छपती रहती हैं। ऐसी बातों का कोई मतलब नहीं है। किसी ने अपनी इच्छा प्रकट की तो हमने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया, अब फिर से खिलाफ में बोल रहे हैं। मुझे इसकी कोई चिंता नहीं है। इसको लेकर हमलोगों की पार्टी में कोई समस्या नहीं है। कही से कोई एलाइनमेंट हो चुका होगा इसलिए वे ऐसा बोल रहे हैं। हमलोग इस पर कोई बात नहीं करना चाहते हैं।
विपक्षी दलों की एकजुटता के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हमलोग समाधान
यात्रा पर हैं। पहले हमलोग यहां का काम कर रहे हैं। इसके बाद बिहार विधान मंडल का
बजट सत्र है, इसके बाद आगे का देखेंगे।
पूर्णिया में एयरपोर्ट निर्माण के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एयरपोर्ट के निर्माण में विलंब होने से मुझे काफी दुख है। सबसे पहले यहां के एयरपोर्ट का निर्माण होना था। वर्ष 2017 में इसको लेकर कई बार मीटिंग हुई थी। दो बार केंद्र सरकार के अधिकारियों ने यहां आकर मीटिंग की थी। मीटिंग कर एक-एक चीजें तय कर दी गयी थीं अब इतनी देर क्यों हुयी ? हमने बिहार सरकार के मंत्री श्री संजय कुमार झा को कहा है कि दिल्ली जाकर बात
कीजिए। दरभंगा एयरपोर्ट से पहले पूर्णिया में एयरपोर्ट बनना था लेकिन हमारी बातें नहीं सुनी गई। मुझे आश्चर्य होता है कि पहले से तय होने के बावजूद यहां एयरपोर्ट क्यों नहीं बन रहा है। यहां पर एयरपोर्ट के निर्माण होने से लोगों को बाहर आने-जाने में काफी सुविधा होगी। यहां के अगल-बगल के लोग भी इससे लाभान्वित होंगे। हमलोग लगे हुए हैं कि पूर्णिया में जल्द से जल्द एयरपोर्ट का निर्माण हो जाय। एयरपोर्ट निर्माण को लेकर केंद्र के लोग जो चाहेंगे हमलोग करने को तैयार हैं जहां पर वे लोग तय करेंगे वहीं पर हमलोग जमीन उपलब्ध करवा देंगे लेकिन कोई बात ही नहीं कर रहा है। संसद में भी कोई सवाल पूछ रहा है तो उसका जबाव नहीं दिया जा रहा है। मुझे इस पर कुछ भी बोलना अच्छा नहीं लगता है। एयरपोर्ट का निर्माण कराना केंद्र सरकार का काम है। यह राज्य सरकार का काम नहीं है। यहां पर एयरपोर्ट का निर्माण होने से बहुत अच्छा होता, सभी लोगों को सुविधा होती।
सीनियर आई०पी०एस० अधिकारी श्री विकास वैभव के द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब फालतू बात है। हम हमेशा अधिकारियों से कहते हैं कि अगर कोई कुछ बोलता है तो उसकी जांच करा लीजिए, देख लीजिए कि क्या मामला है? अधिकारी का काम ट्वीट करना नहीं है, ये सबसे गंदी चीज है। अगर किसी को कोई समस्या है तो अपने डिपार्टमेंट या अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी समस्या बतानी चाहिए। समस्या को निजी तौर पर बताना चाहिए न कि सार्वजनिक तौर पर आपको अगर किसी प्रकार की समस्या है तो सही जगह पर जाकर अपनी समस्या बता दीजिए, तुरंत उस पर कार्रवाई होगी। ये तो विचित्र बात है कि कोई ट्वीट कर देगा, कुछ लिख देगा। इसका कोई मतलब नहीं है। इसके बावजूद हमने अधिकारियों को कह दिया है कि कोई भी बात है तो उसे देख लीजिए और फिर हमको बताइए

